अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के पर्सीवरेंस रोवर ने मंगल की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है। करीब 7 महीने पहले इस रोवर ने धरती से टेकऑफ किया था। NASA ने ये कामयाबी भारतीय-अमेरिकी मूल की वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन की अगुवाई में हासिल की है। पर्सीवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाएं तलाशेगा।
जेजेरो क्रेटर मंगल ग्रह का अत्यंत दुर्गम इलाका है। जेजेरो क्रेटर में गहरी घाटियां, तीखे पहाड़, नुकीले क्लिफ, रेत के टीले और पत्थरों का समुद्र है। ऐसे में पर्सिवरेंस मार्स रोवर की लैंडिंग की सफलता पर पूरे समय दुनिया भर के साइंटिस्ट्स की निगाहें टिकी हुई थीं। नासा ने पहले ही कहा था कि ये अब तक की सबसे सटीक लैंडिंग होगी। ऐसा माना जाता है कि जेजेरो क्रेटर में पहले नदी बहती थी। जो कि एक झील में जाकर मिलती थी। इसके बाद वहां पर पंखे के आकार का डेल्टा बन गया। हो सकता है कि वहां पर जीवन के संकेत मिलें।
मंगल पर पहुंचने के बाद ये उसकी सतह पर उतरने वाला 9वां होगा। एक कार के साइज का प्लूटोनियम-पार्वड रोवर मंगल पर उतरने वाला नासा का पांचवां रोवर है। 23 कैमरों वाला पर्सिवियरेंस न केवल वीडियो रिकॉर्ड करने में सक्षम है, बल्कि ये आवाजें भी रिकॉर्ड कर पाएगा। इसके लिए इसमें दो माइक्रोफोन लगाए गए हैं।